आम तौर पर मांसाहार को लेकर देश में मुस्लिम समुदाय को निशाने पर लिया जाता है. लेकिन एक रिपोर्ट में सामने आया कि 80 फीसदी गैर-मुस्लिम मांसाहारी होते है.
ये रिपोर्ट नवाबी शहर लखनऊ से जुडी है. दुनिया भर में अपने व्यंजनों के लिए प्रसिद्ध लखनऊ की 80 प्रतिशत से ज्यादा गैर-मुसलमान आबादी मांसाहारी है.
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रिपोर्ट के मुताबिक साल में आने वाली दो बार नवरात्रि के वक्त शहर के दो बड़े होटल बाजार पूरी तरह से ठप्प रहते है.
बता दें कि दोनों ही नवरात्री में हिन्दू धर्म के लोग नॉनवेज से दूर रहते है. ऐसे में मांस की खपत बहुत ही कम हो जाती है. दुकान के मालिकों के अनुसार, गैर-शाकाहारी वस्तुओं की बिक्री इतनी कम हो जाती है कि लागत बिक्री अधिक हो जाती है.
पोल्ट्री परिवार उत्तर प्रदेश के प्रेसिडेंट असलम ज़ैदी ने कहा है कि सामान्य दिनों में, चिकन की बिक्री शहर में 50 से 80 हजार तक पहुंच जाती है, जो नवरात्रि के दौरान 30 हजार से कम हो जाती है.
इसी प्रकार, मांस की मांग आम तौर पर 100 से 150 क्विंटल होती है जो नवरात्रि के दौरान 50 से 70 क्विंटल तक कम हो जाती है.