बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान से जुड़े कथित ड्र’ग्स केस मामले में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब रोज बड़े खुलासे कर एनसीबी केओ कठघरे में खड़ा कर रहे है। उन्होने अब नए खुलासे कर एक बार फिर से एनसीबी की कार्रवाई पर सवाल खड़ा किया है।
नवाब मलिक ने शनिवार को पूछा कि क्या नार’कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) कुछ बाहरी लोगों की मदद से बॉलीवुड में आतं’क पैदा करने के लिए फिल्मी हस्तियों को निशाना बना रहा है। उन्होने एनसीबी कार्रवाई को पूरी तरह से फर्जी बताया। उन्होने कहा कि एनसीबी के गवाह भी फिक्स है।
नवाब मलिक ने एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने फ्लेचर पटेल नाम के शख्स को तीन अलग-अलग केसों में गवाह बनाया। साथ ही उन्होने एक लेडी डॉन का भी जिक्र किया। उन्होने पूछा, “यह फ्लेचर पटेल और दूसरी महिला ‘लेडी डॉ’न’ कौन है?
मलिक ने कहा, यह फ्लेचर पटेल, जो समीर वानकेडे के करीबी हैं, एनसीबी के कम से कम तीन मामलों में गवाह के रूप में कैसे सामने आए। क्या यह नैतिक रूप से सही है और यह ड्र’ग्स के खिलाफ एनसीबी के संचालन की विश्वसनीयता को लेकर क्या दर्शाता है?”
उन्होने कहा कि पिछले एक साल में ही फ्लेचर पटेल सीआर नंबर 38/20, सीआर नंबर 16/20 और सीआर नंबर 16/20 में गवाह थे। सीआर नंबर 02/21, और अन्य मामलों पर उनकी टीम अधिक जानकारी एकत्र कर रही।
मलिक ने कहा, “मैं शुरू से कह रहा हूं कि एनसीबी फिल्मी हस्तियों पर फर्जी छापेमारी कर रही है, लेकिन अब वानखेड़े के दोस्तों और परिवार के सदस्यों के आधिकारिक मामले में गवाह के रूप में शामिल होने के साथ, इन ऑपरेशनों के पीछे असली मकसद क्या है। पहले की तरह, एनसीबी को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी चाहिए और स्पष्ट करना चाहिए।”
उन्होंने फिर से सवाल किया कि क्या तथाकथित एनसीबी छापे पहले से ‘पूर्व नियोजित’ हैं, फ्लेचर पटेल जैसे करीबी दोस्तों को कई मामलों में ‘गवाह’ के रूप में लिया गया, कानूनों का उल्लंघन किया गया।
“साथ ही, यह ‘लेडी डॉ’न’ कौन है। यह पता चला है कि वह एक वकील हैं और एक राजनीतिक दल से जुड़ी हैं। तो एनसीबी प्रमुख के साथ उनके मकसद और संबंध क्या हैं? इन लोगों के साथ बॉलीवुड में असली रैकेट क्या चल रहा है। एनसीबी को इसका जवाब देना चाहिए।”