राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर कहा कि यदि अयोध्या में राम मंदिर ‘फिर से नहीं बनाया गया तो’ हमारी संस्कृति की जड़ें कट जाएंगी.
मुंबई के नजदीक दहाणु में आयोजित विराट हिंदू सम्मेलन को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा, ‘भारत में मुस्लिम समुदाय ने राम मंदिर नहीं तोड़ा. भारतीय नागरिक ऐसी चीजें नहीं कर सकते. भारतीयों का मनोबल तोड़ने के लिए विदेशी ताकतों ने मंदिरों को तोड़ा’.
उन्होंने कहा, आज हम आजाद हैं. हमें अधिकार है कि हम अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करें. वह सिर्फ मंदिर नहीं होगा बल्कि हमारी पहचान की निशानी होगा. अगर अयोध्या में राम मंदिर नहीं बना तो हम अपनी संस्कृति की जड़ों से कट जाएंगे. मंदिर के स्थान को लेकर कोई संदेह नहीं है. यह अपने मूलस्थान पर ही बनना चाहिए. मामला सुप्रीम कोर्ट में है, हमें वहां के फैसले का इंतजार है.
हालांकि इस बयान को लेकर भागवत का सोशल मीडिया पर जमकर विरोध भी हो रहा है. यूजर्स ने इस बयान को कठुआ गैंगरेप से जोड़ते हुए सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
कुछ यूजर्स ने लिखा कि मंदिर में एक 8 साल की मासूम बच्ची के बलात्कार से तुम्हारी संस्कृति की जड़े जुड़ रही है. वहीं कुछ अन्य यूजर्स ने लिखा: बाबाओं के लिए बलात्कार करने की सबसे महफूज जगह. मंदिर नहीं बनेगा तो बाबा बलात्कार कैसे कर पाएंगे?
बाबाओं के लिए बलात्कार करने की सबसे महफूज जगह। मंदिर नहीं बनेगा तो बाबा बलात्कार कैसे कर पाएंगे?
— Vikas Meshram (@Vikas_Meshram72) April 16, 2018
और फिर उसमें रेप किया करेंगे
— Phool Singh Bauddh (@phoolsinghbaudh) April 16, 2018
कठुआ मंदिर का कूछ ज्ञान दो मंदिर पवित्र हुआ या अपवित्र, अौर उसकें शूद्धीकरण करना है या भव्यकरण!!
— Naushad Hindustani (@khan_naushad) April 16, 2018
मंदिर से लोगो से डर लगता है मंदिर में तो राम बसते पर लोगो के हैवान बसते जो मासूम बच्चों को शिकार बनाते राजनीति के चक्कर में
— Radha बीएड कलावर्ग (@RachaelShukla) April 16, 2018